अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में एक माह का समय है और साथ ही साथ योग में कानून की मांग भी आगे बढ़ती जा रही है। पंजाब में यह मांग सकरात्मक प्रभाव डालती दिखाई दे रही है। पंजाब में नेताओं को मिलने और मांग पत्र देने के साथ साथ आश्वासन भी मिल रहा है कि सरकार भ्र्ष्टाचार के लिए ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है और यह देखा जा रहा है कि योग के क्षेत्र में सबसे बड़ा भ्र्ष्टाचार कई प्रकार से देश में हो रहा है। एक तरफ योग में पढ़े लिखे योग शिक्षक रोज़गार के लिए तरस रहे हैं वहीं शिक्षा के स्तर को बाईपास करके सीधे ही YCB तथा ऐसे कई प्रमाण पत्र आरम्भ करके योग शिक्षको का शोषण हो रहा है। सरकारों को रोज़गार देना चाहिए यहां तो जो शोषण शुरू कर दिया गया है। पर पंजाब सरकार जल्द ही इस शोषण को रोकने के लिए ठोस कदम उठाते हुए योग के लिए कानून बनाने पर एक राज्य स्तर पर बैठक करेगी ऐसा आश्वासन दिया है आम आदमी पार्टी के जिला प्रधान सरदार कश्मीर सिंह वाहला ने। योग फ्रंट संस्था के संस्थापक और सबका सरपंच विजय कुमार लखनपाल इस विषय पर मिले आम आदमी पार्टी के जिला प्रधान से और उनको सारी जानकारी दी गई कि कैसे गलत प्रकार से आसन करवाने पर लोगों को क्षति पहुंचती है और कैसे उनका योग से विश्वास उठता जा रहा है और कैसे पाठशालाओं में भी बच्चो के स्वास्थ्य से खेला जा रहा है जिस पर आप जिला प्रधान ने कहा कि यह समस्या बहुत गंभीर है और जल्द ही इस पर मुख्य मंत्री जी से बात की जाएगी और पंजाब में न्याय और कानून का परचम लहराएगा। वहीं सबका सरपंच विजय कुमार लखनपाल ने कहा कि हमे शहरों में केवल हज़ारों योग केंद्र नही अपितु हज़ारों योग शिक्षक चाहिए जो योग में स्नातक, स्नातकोत्तर शिक्षा प्राप्त किये हों जिन पर भरोसा कर सकते हों।