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विधान और सम्मान के साथ योग उत्तान हेतु समर्थन

Samarthan Patra Uttrakhand Yog Prshikshit Berozgar Sangh

एक लंबे समय से योग मे योग शिक्षकों की लड़ाई लड़ रहे उत्तराखंड योग प्रशिक्षित बेरोजगार संघ के अथक प्रयासों और सभी आंदोलन मे बैठे योग शिक्षकों को योग फ्रन्ट संस्था भारत के सभी सदस्यों की और से नमन एवं साधुवाद।

लगभग डेढ़ वर्ष से अधिक समय हो चुका है, आपके साथ आगे बढ़ते हुए और पिछले लंबे समय से आपके चलते आंदोलन को देखते हुए हमें और बल और आत्मशक्ति मिलती है, आगे और अच्छे और बेहतरीन रूप से तैयारी कर योग कानून की मांग को और मजबूती के साथ रखने की। जिसमे हम हमारी लड़ाई न केवल न्यायालय, राष्ट्रपति महोदया अपितु संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद तक पहुंचाने हेतु कार्यस्त हैं।  जिससे सभी योग क्षेत्र की समस्याओं का जड़ से समाधान संभव होगा ।

इस अधिकारों की लड़ाई मे आप हम सब न केवल योग शिक्षकों अपितु आम जनमानस की सुरक्षा की लड़ाई भी लड़ रहें हैं। इस लड़ाई मे यहाँ हम योग कानून की मांग के साथ, भ्रष्टाचार और मानवाधिकारों के हनन के खिलाफ एक मोर्चा खोले हूएं हैं वहीं आप स्वतंत्रता संग्रामियों की भांति गलत नीतियों के खिलाफ और योग शिक्षकों के अधिकारों के लिए एक आंदोलन लिए लड़ाई लड़ रहे हो। यह लड़ाई सम्मान और विधान की है अतः मिल कर ही लड़ी जानी चाहिए। अतः आपके इस संग्राम रूपी यज्ञ मे योग फ्रन्ट संस्था एवं संस्था के सभी सहयोगी संस्थानों को साथ लिए आपके साथ है। जहां हम अपने उत्तराखंड भाई-बहनों के इस पावन यज्ञ मे सहयोग रूपी आहुति डालने के सक्षम हैं हम आपके साथ हैं। निसंकोच आगे बढ़ें और इस आंदोलन को अपने अनुभव और नेतृत्व मे आगे बढ़ाएं। यही उचित समय है अपनी शक्ति और अपनी शिक्षा का परिचय करवाने का ।

आपसे निवेदन है कृपया दो बातों का विशेष ध्यान रखें

1.किसी भी प्रकार से किसी को भी शारीरिक क्षति न पहुंचे और न ही आंदोलन के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान हो । भाव कानून एवं व्यवस्था को ठेस न पहुंचे ।

2.राजनैतिक लाभों से जुड़े लोगों वं संगठनों से दूरी बनाए रखें। यही लोग थोड़े से लाभ के लिए आपके काम को अपने नाम के लिए इस्तेमाल कर लेंगे ।

अग्रिम लड़ाई हेतु आपके साथ